जनसंख्या वितरण और घनत्व (Population Distribution and Density)

 


 जनसंख्या वितरण और घनत्व (Population Distribution and Density)


 

भारत में जनसंख्या का वितरण और घनत्व आर्थिक, भौगोलिक, और सामाजिक कारकों पर निर्भर करता है। यहाँ विविध प्राकृतिक और सांस्कृतिक विशेषताएँ जनसंख्या के फैलाव को प्रभावित करती हैं।


 

 

 

 

 


जनसंख्या वितरण (Population Distribution):


 

भारत में जनसंख्या का वितरण असमान है। कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या अधिक है, जबकि कुछ स्थानों पर जनसंख्या बहुत कम है।

 

1. घनी आबादी वाले क्षेत्र (Densely Populated Areas):

  • उत्तर के मैदान:
    जैसे- गंगा और ब्रह्मपुत्र के मैदान (उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल)।
    • उपजाऊ भूमि और जल की प्रचुरता।
  • औद्योगिक क्षेत्र:
    जैसे- मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु।
    • रोजगार के अधिक अवसर।

 

2. कम आबादी वाले क्षेत्र (Sparsely Populated Areas):

  • पहाड़ी क्षेत्र:
    जैसे- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड।
    • कठिन भौगोलिक परिस्थितियाँ।
  • मरुस्थलीय क्षेत्र:
    जैसे- राजस्थान का थार रेगिस्तान।
    • जल और संसाधनों की कमी।

 

 

 

 

 


जनसंख्या घनत्व (Population Density):


 

जनसंख्या घनत्व का मतलब है प्रति वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या।

 

भारत का औसत जनसंख्या घनत्व:

  • 464 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2024 के अनुसार)।

 

घनत्व के आधार पर वर्गीकरण:

1.  अत्यधिक घनत्व वाले राज्य:

o    बिहार (1,102 व्यक्ति/किमी²)

o    पश्चिम बंगाल (1,029 व्यक्ति/किमी²)

o    कारण: कृषि की उपलब्धता, बेहतर जलवायु और रोजगार।

2.  कम घनत्व वाले राज्य:

o    अरुणाचल प्रदेश (17 व्यक्ति/किमी²)

o    सिक्किम (86 व्यक्ति/किमी²)

o    कारण: कठिन भौगोलिक परिस्थिति, कम संसाधन।


 

 

 

 

 


जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक (Factors Affecting Population Distribution):


 

1. भौगोलिक कारक:

  • जलवायु: समशीतोष्ण और उपजाऊ क्षेत्रों में जनसंख्या अधिक होती है।
  • भूमि: समतल और उपजाऊ भूमि वाले स्थानों पर अधिक जनसंख्या।
  • प्राकृतिक आपदाएँ: बाढ़, भूकंप जैसे क्षेत्रों में जनसंख्या कम।

 

2. आर्थिक कारक:

  • रोजगार के अवसर: उद्योगों और व्यापारिक क्षेत्रों में अधिक जनसंख्या।
  • बुनियादी सुविधाएँ: बिजली, पानी और परिवहन वाली जगहों पर घनी जनसंख्या।

 

3. सामाजिक कारक:

  • सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थानों पर अधिक जनसंख्या।
  • बेहतर जीवनशैली और सुविधाओं की तलाश।

 

 

 

 

 


भारत में जनसंख्या वितरण और घनत्व के प्रभाव (Impact of Population Distribution and Density):


 

1.  संसाधनों पर दबाव:

o    अत्यधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में जल, भूमि और ऊर्जा का अत्यधिक उपयोग।

 

2.  आर्थिक असमानता:

o    घनी आबादी वाले क्षेत्रों में विकास की अधिक संभावनाएँ।

 

3.  पर्यावरणीय समस्या:

o    शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण और कचरे की समस्या।

 

4.  योजना और विकास की चुनौती:

o    असमान जनसंख्या वितरण के कारण सभी क्षेत्रों में समान विकास मुश्किल।


 

निष्कर्ष (Conclusion):

भारत में जनसंख्या वितरण और घनत्व प्राकृतिक और मानव निर्मित कारकों का परिणाम है। यह भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास को सीधे प्रभावित करता है। जनसंख्या के सही प्रबंधन से इन चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है।


 

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