समास
समास
समास हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो भाषा को संक्षिप्त, सुंदर और प्रभावशाली बनाता है। समास के माध्यम से दो या अधिक शब्दों को जोड़कर नए शब्द बनाए जाते हैं।
समास की परिभाषा
समास का अर्थ है "संक्षिप्तीकरण"। यह
प्रक्रिया दो या अधिक शब्दों को मिलाकर एक नए शब्द का निर्माण करती है।
उदाहरण:
- "राजा का पुत्र" → "राजपुत्र"
- "गंगा का जल" → "गंगाजल"
समास के प्रकार
1. तत्पुरुष समास
इसमें पहला शब्द दूसरे शब्द का विशेषण या उपपद होता है।
उदाहरण
- सूर्य का प्रकाश → सूर्यप्रकाश
- दूध का प्याला → दुग्धप्याला
तत्पुरुष समास के उपविभाजन:
- कर्म तत्पुरुष:
- उदाहरण: दुग्धपान (दूध का पीना)
- संप्रदान तत्पुरुष:
- उदाहरण: गुरुसेवा (गुरु की सेवा)
- अपादान तत्पुरुष:
- उदाहरण: घरत्याग (घर का त्याग)
2. द्वंद्व समास
इसमें दोनों शब्द समान महत्व रखते हैं।
उदाहरण:
- माता-पिता (माता और पिता)
- दिन-रात (दिन और रात)
- सुख और दुख → सुख-दुख
- मित्र और शत्रु → मित्र-शत्रु
3. बहुव्रीहि समास
इसमें बने शब्द का अर्थ मूल शब्दों से अलग होता है।
उदाहरण:
- चतुर्भुज (जिसके चार भुजाएँ हों)
- पीतांबर (जो पीला वस्त्र धारण करता हो)
- जिसके सिर पर छत्र हो → छत्रपति
- जिसके पास धन हो → धनवान
4. अव्ययीभाव समास
इसमें पहला शब्द अव्यय होता है और पूरे शब्द का
प्रयोग अव्यय के रूप में होता है।
उदाहरण:
- उपर्युक्त (ऊपर लिखा गया)
- यथासंभव (जितना संभव हो)
- जैसे था → यथावत
- बार-बार → पुनःपुनः
5. कर्मधारय समास
इसमें दोनों शब्दों का विशेषण-विशेष्य संबंध होता है।
उदाहरण:
- नीलकंठ (नीला है जो कंठ)
- सुंदरवन (सुंदर है जो वन)
6. द्विगु समास
इसमें पहला शब्द संख्या का बोध कराता है।
उदाहरण:
- पंचवटी (पाँच वट वृक्ष)
- त्रिलोकी (तीनों लोक)
7. षष्ठी तत्पुरुष समास
इसमें पहला शब्द षष्ठी विभक्ति का होता है।
उदाहरण:
- चंद्रमा की किरण → चंद्रकिरण
- गंगा का जल → गंगाजल
समास की विशेषताएँ
1. संक्षिप्तता:
समास शब्दों को छोटा और प्रभावशाली बनाता है।
उदाहरण:
o धर्म का क्षेत्र → धर्मक्षेत्र
o जीवन का उद्देश्य → जीवनोद्देश्य
2. अर्थग्रहण की सुविधा:
समास के उपयोग से अर्थ समझना सरल हो जाता है।
उदाहरण:
o फूलों का बगीचा → पुष्पोद्यान
3. भाषा की सौंदर्यता:
समास का प्रयोग भाषा को सुसज्जित और आकर्षक बनाता है।
समास और संधि में अंतर
समास | संधि |
---|---|
दो शब्दों को जोड़कर एक नया शब्द बनता है। | दो शब्द ध्वनियों के मेल से जुड़े होते हैं। |
अर्थ संक्षिप्त और गहन होता है। | अर्थ जोड़ने से विस्तृत होता है। |
उदाहरण:गुरु+सेवा → गुरुसेवा | उदाहरण:राम+अवलोकन → रामावलोकन |
समास की प्रक्रिया
समास में विभक्ति (के,
की, का, से आदि) हटाकर
शब्दों को एक किया जाता है।
उदाहरण:
- रसोई के लिए घर → रसोईघर
- पानी के लिए तांबा → पानीतांबा
समास के उपयोग में त्रुटियाँ और सुधार
1. गलत रूप:
o जल का कुंड → जलकुंड (सही)
o जलककुंड (गलत)
2. संधि-समास का भ्रम:
o दिन और रात → दिन-रात (समास)
o दिन + रात → दिनरात (संधि)
3. शब्दों का अनुचित जोड़:
o राजा का महल → राजमहल (सही)
o राजामहल (गलत)
समास का साहित्यिक उपयोग
समास साहित्यिक रचनाओं को प्रभावी और सारगर्भित बनाता है।
काव्य में:
"विक्रमादित्य का शासन → विक्रमशासन
नीतियों का संग्रह → नीतिसंग्रह"
गद्य में:
"पृथ्वी का पुत्र → पृथ्वीकुमार
ज्ञान की प्राप्ति → ज्ञानप्राप्ति"
संक्षेप में
समास भाषा को संक्षिप्त, स्पष्ट और सुंदर बनाने का एक साधन है। यह शब्दों के संयोजन से नया और अर्थपूर्ण शब्द बनाता है।
अगर आप समास के किसी विशिष्ट प्रकार पर अधिक जानकारी चाहते हैं, तो मुझे कमेण्ट करके जरुर बताएं!
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